Saturday, September 4, 2021

आज Teachers डे पै मास्टर जी आपने याद करा सा

.🪂🪂अध्यापक दिवस 💐💐💐की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं ✨✨✨


अ अनार आ आम री ऋषि 

खूब सिखाया आपने


एबीसीडी और पहाड़े ग्वाके 

रंग जमाया आपने


15 अगस्त 26 जनवरी पै

 खूब नचाया आपने


शनिवार नै प्रेयर मह चुटकले 

सुनाके खूब हंसाया आपने


काम करके नही लाए उस दिन

मुर्गा बनाया आपने


उसते भी जी ना भरा आपका

फिर बस्ता उपर रखवाया आपने


हाथ उपर खड़े कराए

डंडे पाछे पै भोत खाए


उल्टे सीधे हाथ कराए

दोनो तरफ खूब लगाए


ज्ञान कम था आपके 

मरण की फरियाद करा करदे

नही आता स्कूल मह मास्टर जी

फेर भी आपने याद करा करते


लेकिन आज अकल आया पाच्छे

आपकी कुटाई आच्छी लागे है

आपकी मेहनत तै पढ़ान की

 कमाई साच्ची लागे है।।


कह संदीप कंवल भुरटाने आला

आपकी उस खिंचाई पै

हम नाज करा सा

मास्टर जी हम सदा आपके 

सिर पै ताज धरा सा

आज Teachers डे पै

मास्टर जी आपने याद करा सा



लेखक संदीप कंवल भुरटाना

समय : 7: 58

दिनांक : 05-09-2021

Saturday, April 25, 2020

SHARE THIS SONG

https://youtu.be/Tz2OPlEaJHw

https://youtu.be/Tz2OPlEaJHw
https://youtu.be/Tz2OPlEaJHw
https://youtu.be/Tz2OPlEaJHw
https://youtu.be/Tz2OPlEaJHw
https://youtu.be/Tz2OPlEaJHw
https://youtu.be/Tz2OPlEaJHw
https://youtu.be/Tz2OPlEaJHw
https://youtu.be/Tz2OPlEaJHw
https://youtu.be/Tz2OPlEaJHw
https://youtu.be/Tz2OPlEaJHw
https://youtu.be/Tz2OPlEaJHw
https://youtu.be/Tz2OPlEaJHw

Friday, November 1, 2019


HkkbZ;ks vkt dh rktk dfork lS FkksM+k xkSj dfj;k vkSj lksfp;ks ds gfj;k.kk oks , lS] dS bc cnyxk] if<+;k vj ekSt dfj;ks
    esjk u;k gfj;k.kk
gfj;k.kk ds jax :i cnyxs] BkB ckV bc “kgjh gkssxs]
oks yksx bc jg;s nslh uk] [kk.k iku bc tgjh gksxs]

cMs cw
cgq Nksjh iS cMs+ eksckbZy] oVlvi fVd Vksd Ega cgxh]
cktS Mhts iS HkqaMs xk.ks] lkax Hkh bc ce&ygjh gksxs
gfj;k.kk ds jax :i cnyxs] BkB ckV bc “kgjh gkssxs]

[ksrh Ega lkjh esgur [kwxh] e”khujh dke ua vkds [kkxh]
Qlyka Hkh ok vksdkrk jgh uk] [kkn&nokbZ lcuS Hkkxh]
cMs+&cMs+ gLirky vkMs+ bc] ykds chekjh xgjh gksxs
gfj;k.kk ds jax :i cnyxs] BkB ckV bc “kgjh gkssxs]

jktuhfr dk :i cnyxk] cw
iSMdkys bc QwV x, jS] p<+.k us bc ubZ lh
NksVs&NksVs >xM+k [kkrj bc] gj fnu dksVZ dPkgjh gksxs
gfj;k.kk ds jax :i cnyxs] BkB ckV bc “kgjh gkssxs]

nke.k /kksrh NqVxs lSa bc] fVljV thla dk tekuk vkX;k]
lqV&lYokj dk Vse x;k bc] vk/ks dqMrk dk QS”ku HkkX;k]
utjk dh bl “keZ jgh uk] gj fdrs yksx dgjh gksxh
gfj;k.kk ds jax :i cnyxs] BkB ckV bc “kgjh gkssxs]


U;ksjh ikrh nke.k /kksrh] oks nslh [kk.kk ok.kk ns nks jS]
gkFk tksM+ dgwa jS yksxksa] eUus esjk oks, gfj;k.kk ns nks jS]
dg lanhi daoy HkqjVkuk bc] gj fdrs yksx igjh gksxs
gfj;k.kk ds jax :i cnyxs] BkB ckV bc “kgjh gkssxs]

ys[kd lanhi daoy HkqjVkuk
okj “kqØokj] le; jkf= 9-32 feuV





Saturday, April 14, 2018

भारत रत्न, संविधान निर्माता डा. भीमराव अंबेडकर जी की 127 वीं जयतीं पर आपको शुभकामनांए एक कविता आपके समक्ष मैंने लिखी है जरूर पढ़ना---
बाबा साहब तेरे काम नै देखके
बाबा साहब तेरी शान नै देखके, कररै सां पुकार तनै
लौट के आजा एक बार बाबा, करा भारत का उद्धार तनै

भारत के महा ओ मसीहा आज के दिन तनै जन्म लिया
गरीबी, जाति मिटान का तने सबते पहलां पर्ण लिया
महिलाओं के हक की खातिर करा था कानून तैयार तनै
लौट के आजा एक बार बाबा, करा भारत का उद्धार तनै

जात-पात करणियां नै आपको, कमरे से बाहर बिठाया था
फेर भी पढ़ लिखके नै आपने, दुनिया म्ह नाम कमाया था
मानवता के हत्यारां पै, करी थी कसूती मार तनै
लौट के आजा एक बार बाबा, करा भारत का उद्धार तनै

बाबा साहब तेरा जिकरा इब तो सारी जगां पै होरा सै,
आधुनिक भारत के निर्माता, इस समाज जागरूक होरा सै,
तेरी मेहनत के दम पै, दिया भारत रत्न पुरस्कार तनै
लौट के आजा एक बार बाबा, करा भारत का उद्धार तनै

127 वीं जयंती मनावां हाम, जय भीम का नारा लाके नै,
तेरे चरणां म्हं नमन है म्हारा, बस दे जा दर्षन आके नै,
दिल से नमन करे संदीप भुरटाना, ओ संविधान के षिल्पकार तनै
लौट के आजा एक बार बाबा, करा भारत का उद्धार तनै


Sunday, January 27, 2013

घणा मस्त रह्या करै मेरा छोरा

भाईयो इबे इब की ताजा कविता सै यो छोरा घणा अल्बाधी अर् लाडला सै

संदीप कंवल भुरटाना

मेरे बेटा का सै गजब का टोरा
घणा मस्त रह्या करै मेरा छोरा

और धोरे जांदी ए यो अरड़ाण लागजा सै
रो रो के नै सबके कान खाण लागजा सै
काला नहीं सै, यो सै कसूता गौरा
घणा मस्त रह्या करै मेरा छोरा

खाण-पीण के मामले म्हं घणा हिट सै
देई म्हं भी बाप की तरिया पूरी फीट सै
मुक्का मार के करदे धरती म्हं मोरा
घणा मस्त रह्या करै मेरा छोरा

नाचदी हाथ यो हाथ नै झाड़या करै
दस का नोट फंसदी ए पाड़या करै
टोक नहीं लागै गलै म्हं बाधै काला डोरा
घणा मस्त रह्या करै मेरा छोरा

पतली बात लिखे संदीप नहीं लिखे मोटी
भुरटाणे म्हं तारे यार सै गजब की कोठी
म्हारे कुणबे खातर सै यो चंदन का पोरा
घणा मस्त रह्या करै मेरा छोरा

Monday, January 14, 2013

नाश जाइयो उनका जिन्नै करा सै गैंगरेप

संदीप कंवल भुरटाना




नाश जाइयो उनका जिन्नै करा सै गैंगरेप

कोए जाणै भी सै यो काम होया क्यूं सै।।



रात नै फिल्म देखणी के जरूरी थी यारो

... बिना काम उन्नै यो झगड़ा झोया क्यूं सै।।



घणा बड़ा जुल्म करा सै जालिमां नै छोरी गैल

इलाज करदी हाण डाक्टर भी रोया क्यूं सैं।।



दिल्ली म्हं जाकै कट्ठे होरे सै लोग-लुगाई

हराम खोरा नै बीज बिघन का बोया क्यूं सै।।



फांसी नहीं होनी चाहिए इन काले मुंह आलां की

तड़फा के मारो सालां नै, पूंछै यो लोया क्यूं सै।।



पश्चिमी संस्कृति का झटका देखण लागरे सां हाम

Thursday, December 20, 2012

मस्त जवानी छोरां की, नशा म्हं छोरे खुरे।

स्ंादीप कंवल भुरटाना

मस्त जवानी छोरां की, नशा म्हं छोरे खुरे।

काॅलेज, कैंपस के दिनां म्हं, होज्यंा इसतराले पूरे।।

छोरी नअ् इसारै म्हं, एकदम आंख घुमाई,

बाहरनअ् आकै देखा तो, कैन्टीन म्हं बैठी पाई,

दो-चार बात मारी उसतै, फेर चा भी पियाई,

सण्डे आला् दिन फिल्म दिखाण की, हां भी भरवाई,

जी आया नूं फिल्म म्हं, सरदार बांधरे तुरे।

काॅलेज, कैंपस के दिनां म्हं, होज्या इसतराले पूरे।।


छोरा का तो कै कहणा, मोटरसाइ्रकल पै आवैं रै,

एक समोसा, दो पेटीज खुवाके, कुटिया म्हं घुमावैं रै,

एक आधी बार भुंडी बणजा तो, होटल म्हं फंस जावैं रै,

बेज्जती तै डरदे घरके भी, ब्होत घणे रूपए लावैं रै,

छोरा नअ् छुटवांव रै, ये किस्से रहगे अधूरे।

काॅलेज, कैंपस के दिनां म्हं, होज्या इसतराले पूरे।।


एक छोरी कहवै बेबे, छोरा यो तो ठीक सै,

चम्मनी तक लाव कोना, यो तो पूरा ठीठ सै,

कहया पाछै काम करै ना, काढ़दे तीन लिख सै,

कितै खड़ा हो तो काम बिगड़ज्या, मारदे यो छीक सै,

आंदी-जांदी नै छेडरै, लैके हाथा म्हं पिलुरै।

काॅलेज, कैंपस के दिनां म्हं, होज्यंा इसतराले पूरे।।



काॅलेज के दिनां म्हं, देखा यो भी चाला् रै,

छोरी-छोरी भिड़ती देखी, कती मांडरी पाला रै,

दोनंू कहवैं मेरा-मेरा, माहरा राम रूखाला रै,

संस्कृति का धूमा ठा दिया, होग्या जान का गाला रै,

कह् सन्दीप भुरटाणे आला रै, होग्ये मेरे पूरे।


काॅलेज, कैंपस के दिनां म्हं, होज्यंा इसतराले पूरे।।

एक दूसरी नै ये पूछें, तू किसा कअक छोरा चाहव सै,

तावली बतादे नै बेबे, क्यूं घणी बार लगाव सै,

सन्दीप सै वो तो, कसूता तो लखाव सै,

सबेरे पहलां मन्नै वो, करके फोन जगाव सै,

भरा होस्टल कै म्हं छोरी, बड़े-बड़े छोडै सुरे।

मस्त जवानी छोरां की, नशा म्हं छोरे खुरे।

काॅलेज ,कैंपस के दिनां म्हं, होज्यंा इसतराले पूरे।।