Sandeep Kanwal
हरियाली तै भरपूर, यो पूरा हरियाणा सैं,
भिवानी जिला म्हं गाम सुणा जिसका नाम भुरटाना सैं,
इस गाम की खूबी रै देखो, पाले का बकरी चराणा,
लखा का दारू पीके नै, भतेरी न साथ नचाणा, लड्डा की गां भाजगी,
घणष्याम का कुआं म्ह बड़ जाणा, जगना नै टेलरी छोड़के, पडा टोका चलाणा,
सबकी थोड़ी-थोड़ी खूबी, देख-देख मर जाणा सै,
भिवानी जिला म्हं,एक गाम सुणा जिसका नाम भुरटाना सैं
रामकुवार नैं करी तरक्की, उपर उठ जाणा रै,
सब्जी की रेड्डी लाकै, गाम म्हं नाम कमाणा रै,
जागे का चा का होटल, डिग्गी पै पाणा रै, घीसा की लम्बाई देखो,
मदनपाल का द्यार्माणा रै, सरभुराम व्यापारी का, पेट उगाड़ा पाणा रै,
जीवण नै हर टेम, दारू कै ठेका पै पाणा सै।
भिवानी जिला म्हं,एक गाम सुणा जिसका नाम भुरटाना सैे।
इन्द्राज की नींद का चाला, बात-बातां म्हं हौले,
सन्तलाल का दारू पीणा, कदे नहीं करै रौले, '
परमानन्द का खेती करणा, दाणा-दाणा टोहले,
क्रिकेट म्हं छक्के मारै, वाह रै छोरे धौले,
रेड्डू भी खत्म ना होणे, भूप नै टोका चलाणा सै।
भिवानी जिला म्हं,एक गाम सुणा जिसका नाम भुरटाना सैे॥
एक सरपंच इसा देख्या, पांच योजना करग्या राज,
पच्चीस साल नुए काढ़ दिए, कोए ना करवाया काज,
एक जणै कै उतरे घसा कै, पूरे सौ-सौ जहाज,
महता भी नूं कहवै, इब लेलू टेक्टर,कार आज,
कर्मचन्द नै खेती छोड़के, इब रूप्या कमाणा सै।
हरचन्द नै इग्लिंष बोलके, फैषन दिखाणा सै।
भिवानी जिला म्हं,एक गाम सुणा जिसका नाम भुरटाना साईं ॥
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