स्ंादीप कंवल भुरटाना
ओ ताउ आज्या नै तन्नै पुकारै हरियाणा
भोली-भाली जनता नै,यो लुट्टै बणके स्याणा
जिद भी हरियाणे म्हं ताउ कांग्रेस की सरकार आई सै,
आंदे-आंदे इसनै ताउ, लूटपाट मचाई सै,
गोते मार के दाल नापांदी, रौवे मेरी ताई सै,
चीनी, चावल सब किमे मंहगा, लाठी तोड मंहगाई सै,
गरीब आदमी नै ताउ, पडा बासी टिकड खाणा-1
टिम-टिम करके लाइट भाजगी, एक बर फेर आ ताउ,
नहर सुखगी पानी कोन्या, वो ए काम दिखा ताउ,
बूंढा की तन्नै पेंषन बणाई, दूूूसरा का ठप्पा मिटा ताउ,
होरी किसान की रे रे माटी, फेर खुषहाल बणा ताउ,
इस जनता के हाली नै, पडा फंदा गल म्हं लटकाणा-2
गरीब आदमी का ताउ ना होंदा इब गुजारा,
150 रू कमा के लावै, 200 का खर्चा आरा,
छोरी के जाण खातर ताउ, भाडा नहीं पारा,
अमीर आदमी और भी, अमीर होदंा जारा,,
इस मंहगाई का ताउ, कोए पडगा जत्न मनाणा-3
इस रूस्म पाटत नै छोडकै सारे भेद मिटा लो,
घणे प्यार तै कहंू लोगो, एक बर चष्में का बटन दबा लो,
सारे दुख दूर होज्यागें चाहे पहलां लिखवा लो,,
कंग्रेस गेल्यां लाग कै, बेषक गोडे तुडवा लो,
हरेक जणा का काम होवगा, यो कहवै सन्दीप भुरटाणा
ओ ताउ आज्या नै तन्नै पुकारै हरियाणा
No comments:
Post a Comment